ऐसा भी कभी होता है ...... घोर -घोर बवंड़र चलते , उथल मचने दुनिया में , मैं गहराई में छिप जाती हूँ ... ऐसा भी कभी होता है ...... घोर -घोर बवंड़र चलते , उथल मचने दुनिया में , मैं गहर...
सावन में बरसे ला फुहार ए सखी मनवा झूमे ला हमार ए सखी! सावन में बरसे ला फुहार ए सखी मनवा झूमे ला हमार ए सखी!
ये बछर के सावन होगे निचट लबरा संगी, होगे निचट लबरा। ये बछर के सावन होगे निचट लबरा संगी, होगे निचट लबरा।
आँगन में पसारे गीले कपड़े हवा से डोलते, इधर-उधर काले सफेद बादलों से आँख मिचौली, खेल आँगन में पसारे गीले कपड़े हवा से डोलते, इधर-उधर काले सफेद बादलों से आँख...
आया सावन मन भावन मन झूम उठा है सखी री। आया सावन मन भावन मन झूम उठा है सखी री।
ये चारो ओर फैली हरियाली लगता है फिर सी मिलन की रुत है आनेवाली। ये चारो ओर फैली हरियाली लगता है फिर सी मिलन की रुत है आनेवाली।